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कुमाऊँ के फलों का कटोरा है रामगढ़, सूकून एवं शांति के लिए मशहूर है इसकी खूबसूरत पहाड़ी वादियां

Ramgarh hill station nainital uttrakhand

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कुमाऊँ के फलों का कटोरा है रामगढ़, सूकून एवं शांति के लिए मशहूर है इसकी खूबसूरत पहाड़ी वादियां

Ramgarh nainital uttarakhand : नैनीताल जिले में स्थित है पहाड़ की हरी भरी वादियों से आच्छादित रामगढ़, अपनी शांत वादियों एवं खट्टे मीठे फलों के लिए देश दुनिया में है प्रसिद्ध….

Ramgarh nainital uttarakhand
उत्तराखंड अपनी वनस्पतियों और औषधि युक्त निरोगी फलों के लिए संपूर्ण विश्वभर में प्रसिद्ध माना जाता है। इतना ही नही उत्तराखंड की प्राकृतिक सौंदर्यता के साथ-साथ तमाम देश और राज्यों के लोग उत्तराखंड के प्रसिद्ध फलों का आनंद लेने के लिए भी यहां आते हैं। ऐसा ही उत्तराखंड के नैनीताल जनपद का रामगढ़ भी है जहां प्रकृति की भरपूर सौंदर्यता के साथ-साथ यहां पर प्रचुर मात्रा में फल भी पाए जाते हैं जिस कारण इसे कुमाऊँ के फलों का कटोरा भी कहा जाता है। आपको बता दें उत्तराखंड अपनी विशेष संस्कृति के अलावा अपने प्रसिद्ध फलों के लिए भी तमाम स्थानों में बेहद प्रसिद्ध है। दरअसल उत्तराखंड के कुमाऊं क्षेत्र में समुद्री तल से 1789 मीटर की ऊंचाई पर बसा रामगढ़ अपने प्रसिद्ध फलों की प्रचुर मात्रा के लिए पूरे विश्व में जाना जाता है और इतना ही नहीं इसे भारत की फलों की टोकरी भी कहा जाता है।
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आपको बता दें कि यह रामगढ़ की निर्मल तथा शांतिपूर्ण सुंदरता ही थी जो ब्रिटिश अफसरों को इसकी छत्रछाया में आराम करने के लिए खींच लाई थी इतना ही नहीं इस स्थान पर हाई प्रोफाइल व्यक्तियों द्वारा इसे वरीयता मिली है और इसका प्रमाण पुराने जमाने की इमारत और बंगलो का आज भी मौजूद होना है। आपको जानकारी देते चले कि नैनीताल जिले में स्थित में बहुत प्रकार के निरोगी फल जैसे बेर,खुबानी, सेब एवं आडू के बाग मौजूद है जहां से आप प्रचुर मात्रा में फल ले सकते हैं इतना ही नहीं इन फलों का घर ले जाकर उनका जूस तथा जैम भी बना सकते हैं। बताते चलें कि नोबेल पुरस्कार विजेता रवीन्द्रनाथ टैगोर को रामगढ़ इतना पसंद आया था कि उन्होंने अपने जीवनकाल में कई बार इस स्थान का दौरा किया और यहां पर कुछ सुंदर रचनाएँ भी लिखीं इसमें कोई दो राय नही है कि इस स्थान की सुंदरता एक कवि के दिमाग को आनंद के साथ रचनात्मक प्रेरणा से भी भर देती है।
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यदि आप लोग भी घूमने के शौकीन है तो एक बार रामगढ़ अवश्य जाएं और यहां के जंगलों का भ्रमण करें। हालांकि सलाह दी जाती है कि यहां भ्रमण करने के लिए आपको किसी स्थानीय निवासी को अपने साथ लेकर जाना होता है ताकि आप जंगलों में रास्ता ना भटक सके और रामगढ़ के हरे-भरे वृक्षों और जंगलों में भ्रमण करने का एक अलग ही अनुभूति का एहसास होता है ।आपको बता दे रामगढ़ का सुंदर वातावरण और उसके फलों की सुगंध वाकई आत्मा को चूमती है। कुमाऊँ की प्राकृतिक सौंदर्य का अनुभव करना वाकई सूकून और शांति का अनुभव होता है। यहाँ की पहाड़ी वादियों में घूमना वाकई अद्वितीय अनुभव होता है, उनकी खूबसूरती मन को शांति और सुकून प्रदान करती है इतना ही नही यहाँ का माहौल शांतिपूर्ण होता है और यहाँ की प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर मनोरम दृश्य पर्यटकों को बेहद आकर्षित करता है।

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रचना भट्ट लम्बे समय से मिडिया क्षेत्र में कार्यरत हैं और संपादकीय कार्य में निपुण हैं। मास कम्युनिकेशन में मास्टर डिग्री धारक रचना भट्ट देवभूमि दर्शन मिडिया पर भी संपादकी कार्य करती हैं।

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