MS Dhoni village uttarakhand: माही के चाचा समेत अन्य लोग रहते हैं आज भी ल्वाली गांव में
MS Dhoni Village Uttarakhand: उत्तराखंड एक ऐसा राज्य हैं जहाँ के लोगों ने अपनी पहचान अपने टैलेंट के जरिए पूरे विश्व भर में बनाई है फिर चाहें वह कोई अभिनेता हो या फिर कोई सुप्रसिद्ध खिलाड़ी ही क्यों ना हो| उत्तराखंड के लोग अपनी पहचान बनाने में किसी से भी पीछे नहीं रहे हैं जी हां हम ऐसा इसलिए कह रहे है क्योंकि आज उत्तराखण्ड का युवा आपको किसी ना किसी विशेष क्षेत्र मे अपना महत्वपूर्ण योगदान देते हुए दिखाई देगा और उत्तराखंड के लोगों की यही तो खासियत है अपनी पहचान अपने टैलेंट के दम पर बनाना| आज हम जिस महान शख्सियत के बारे बात कर रहे हैं उनका नाम है महेंद्र सिंह धोनी जिनका परिवार आज भी अल्मोड़ा के जैती तहसील के ल्वाली गांव में रहता है|
आपको बताते चले उत्तराखंड मे 13 जिले है और इन तेरह जिलों के भीतर बहुत सारे गाँव भी बसे है जिन गांव मे से एक गाँव है धोनी जो अल्मोड़ा जिले मे पड़ता हैं और आज हम इस गाँव के बारे मे ही आपको बताने वाले है| जो विश्व प्रसिद्ध भारतीय खिलाड़ी महेंद्र सिंह धोनी का पैतृक गांव है जहां आज भी उनके परिवार रहता है| ऐसा कहा जाता है की धोनी के पिता पान सिंह ने रोजगार की तलाश मे 40 वर्ष पहले अपना गाँव छोड़ा था और वह राँची जा कर बस गए थे लेकिन आज भी उनका अपने गाँव से बहुत गहरा नाता बना हुआ है| वही महेंद्र सिंह धोनी भी अपने परिवार के साथ अपने पैतृक गांव आते रहते हैं और अपनी मूल मिट्टी से जुड़े हुए हैं ऐसा कहा जाता है कि जब भी महेंद्र सिंह धोनी गांव आते हैं तो वह वहां पर लंबा समय अपने परिवार के साथ व्यतीत करते हैं| इसके साथ ही आपको बताते चले की अभी हाल ही मे महेंद्र सिंह धोनी अपनी पत्नी साक्षी और अपनी बेटी जीवा को ले कर अपने पैतृक गांव ल्वाली पहुँचे थे और माही के परिवार को और माही को देखकर सभी ग्रामीण लोग बहुत प्रसन्न हुए| माही और उनकी पत्नी साक्षी ने गांव मे मौजूद अपने कुलदेवी देवता की पूजा बड़े अनुष्ठान से करी और इतना ही नही बल्कि अपने बड़े बुजुर्गों के पैर छुकर उनसे आशीर्वाद भी लिया|