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उत्तराखंड: नवनियुक्त पोस्टमास्टरों की हिंदी पढ़ चकरा जाएगा माथा नहीं आ रहा महोदय तक लिखना

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फोटो सोशल मीडिया Uttarakhand post master bharti

उत्तराखंड

पौड़ी गढ़वाल

उत्तराखंड: नवनियुक्त पोस्टमास्टरों की हिंदी पढ़ चकरा जाएगा माथा नहीं आ रहा महोदय तक लिखना

uttarakhand post master bharti: पोस्ट मास्टर के पद पर सिलेक्ट हुए कैंडिडेट की हिंदी देख चकराया अधिकारियों का माथा, पौड़ी को लिख डाला पैटी, पत्र लेखन में पाई गई कई सारी त्रुटियां….

Uttarakhand post master bharti : उत्तराखंड के पढ़े लिखे युवा जहां एक ओर नौकरी पाने के लिए दर – दर भटक रहे है वहीं दूसरी ओर अन्य राज्यों के युवा प्रदेश मे आकर नौकरी पा रहे हैं। इनमें से अधिकांश युवा ऐसे हैं जिन्हें हिंदी लिखनी तक नहीं आती है फिर भी पोस्ट ऑफिस में नौकरी पा रहे हैं। ऐसे में बड़ा सवाल खड़ा होता है कि जिनका हिंदी लिखने में हाथ तंग है उन्हें यहां पर नियुक्ति किस आधार पर मिल रही है।
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pauri garhwal post master bharti बता दें पौड़ी जिले से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है जहां पर डाकपाल ( पोस्ट मास्टर) के पद पर नियुक्ति लेने आए हरियाणा के युवक को जब हिंदी में आवेदन पत्र लिखने को कहा गया तो उसकी हिंदी देखकर विभाग के कर्मचारी अचंभित रह गए। दरअसल हिंदी में लिखें आवेदन पत्र में चयनित डाकपाल ने अधीक्षक को अदीशय, महोदय को मेव्य, डाकघर को ढाकघर, पौड़ी को पैटी लिखा था। करीब आधे घंटे में लिखे इस पत्र को देखकर सभी अधिकारी व कर्मचारी चौंक गए।

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uttarakhand post office bharti इतना ही नहीं बल्कि कर्मचारियों ने जब उनसे अंको को हिंदी में लिखने के लिए कहा तो उन्होंने 1500 को पद्रासै, 2750 को सताइसे, 3531 को तीन हजार पानसे कतीस और 250 को ढाइरौ लिख दिया। वहीं डाक अधीक्षक पौड़ी दीपक शर्मा ने बताया कि हरियाणा के रहने वाले युवक का जनपद पौड़ी के सिलोगी उप डाकघर में गढ़कोट शाखा डाकघर में शाखा डाकपाल के पद पर चयन हुआ। बताया जा रहा है कि हरियाणा से चयनित शाखा डाकपाल ने हरियाणा बोर्ड से वर्ष 2021 में हाई स्कूल की बोर्ड परीक्षा उत्तीर्ण की है जिसमे उन्हें हिंदी समेत अंग्रेजी विषय में 95-95 अंक मिले हैं, जबकि गणित व सामाजिक विज्ञान में उन्हें 90-90 अंक प्राप्त हुए है वहीं विज्ञान और फिजिकल एंड हेल्थ एजुकेशन में 100 – 100 अंक मिले हैं। जिसके चलते इस पूरी चयन प्रक्रिया पर अब सवाल उठने लगे हैं। हालांकि युवक के शैक्षणिक दस्तावेज प्राथमिक जांच में सही पाए गए हैं।

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post master bharti 2024 uttarakhand अब बड़ा सवाल यह खड़ा होता है कि जिनका हिंदी लिखते समय अभी से हाथ कांप रहा हैं वह नियुक्ति के बाद कैसे काम करेंगे। क्योंकि डाक विभाग में पूरा कार्य हिंदी भाषा में होता है। इस पूरे प्रकरण को लेकर रिपोर्ट परिमंडल देहरादून को भेज दी गई है चयनित शाखा डाकपाल की तैनाती को लेकर उच्च अधिकारियों के दिशा निर्देश के बाद उचित कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।

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सुनील खर्कवाल लंबे समय से पत्रकारिता के क्षेत्र में कार्य कर रहे हैं और संपादकीय क्षेत्र में अपनी एक विशेष पहचान रखते हैं।

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