Buransh flower juice Benifits: बुरांश के जूस के फायदे जान चौंक जाएंगे आप गर्मियों में जरूर पिएं
Buransh flower juice Benifits: प्राकृतिक संपदाओं से धनी उत्तराखण्ड राज्य में विविध प्रकार की जड़ी बूटियां, पेड़ पौधे तथा फल पाये जाते हैं। जो न केवल यहां की वादियों को मनमोहक बनाते हैं बल्कि इनके प्रयोग से अनेकों बीमारियां भी चुटकियों में छूमंतर हो जाती है। वैसे तो उत्तराखंड में पाए जाने वाले हर पेड़ पौधे का कोई ना कोई आयुर्वेदिक महत्त्व है। आज हम आपको उत्तराखण्ड के राज्य पुष्प बुरांश के बारे में बताने जा रहे हैं। जी हां.. गुलाबी लाल रंग का यह फूल मार्च-अप्रैल माह में खिलता है। इसका वानस्पतिक नाम रोडोडेंड्रोन अर्बोरियम एसएम है। बुरांश को अंग्रेज़ी में रोडोडेंड्रोन और संस्कृत में कुर्वाक के नाम से भी जाना जाता है। यह 1500-3600 मीटर की ऊंचाई पर उगता है और उत्तराखण्ड में इसकी आर. आर्पोरियम नामक प्रजाति पाई जाती है। इसके पेड़ की लकड़ी का प्रयोग जहां पर्वतीय क्षेत्रों में ईंधन, कोयला बनाने, टूल-हैंडल्स, बॉक्स, पैक-सैडल्स, पोस्ट, प्लाईवुड बनाने के लिए किया जाता है। आज हम आपको इसी फूल के सेवन से होने वाले फायदों के बारे में बताने जा रहे हैं।
यह भी पढ़ें- Hisalu (Hisar) Fruit Uttarakhand: उत्तराखंड का अमृत है हिसालु (हिसर) स्वाद में बेमिसाल
Buransh flower juice Benifits: बुरांश के जूस के फायदे
- इसके फूलों से जूस या शरबत भी बनाया जाता है। हृदय रोगियों के लिए अत्यंत लाभकारी माना जाता है।
- इसकी पंखुड़ियों का सेवन करने से सर्दी, मांसपेशियों में दर्द, सिरदर्द और बुखार दूर होता है।
- इसका इस्तेमाल स्क्वैश और जैम बनाने में भी किया जाता हैं। साथ ही इससे चटनी भी बनाई जाती है जो ग्रामीण इलाकों में काफी पसंद की जाती है।
- इसका प्रयोग सिर दर्द का कम करने के लिए भी किया जाता है। जिसके लिए इसकी कोमल पत्तियों को माथे पर लगाया जाता है।
- बुरांश के फूल और छाल का प्रयोग करने से पाचन और श्वसन संबंधी विकारों को दूर करने में काफी मदद मिलती है।
यह भी पढ़ें- Kafal fruit in uttarakhand: देवभूमि का अमृत है काफल अल्सर जैसी कई गंभीर बीमारियों के लिए रामबाण इलाज
- बुरांश के पौधे में पाया जाने वाला एंटीऑक्सीडेंट तत्व हृदय के लिए लाभदायी होता है ।
- इसकी पंखुड़ियों में एंटीवायरल तत्व मौजूद होते हैं जो वायरल बीमारियों को दूर करने में काफी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
- बुरांश डाईयूरेटिक औषधि मानी जाती है। इससे किडनी और लिवर रोगियों को काफी आराम मिलता है। खासतौर पर इसकी छाल में लिवर को सेहतमंद रखने के गुण पाए जाते हैं।
- डायबिटीज या मधुमेह को नियंत्रित करने के लिए भी बुरांश को आयुर्वेदिक दवा के तौर पर इस्तेमाल किया जाता है।
- इसका जूस ब्लड प्रेशर और खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करता है।
- बुरांश एंटीऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर है, जो कि शरीर को फ्री- रेडिकल्स से लड़ने में मदद करता है।
इसका जूस डायबिटीज रोगियों के लिए भी काफी फायदेमंद माना जाता है।
यह भी पढ़ें- Timla Fruit Benifits Uttarakhand: तिमला है औषधीय गुणों से भरपूर गंभीर बीमारियों के लिए रामबाण इलाज