Uttarakhand electricity smart meter SIM: रिचार्ज खत्म होते ही अपने आप चली हो जाएगी आपकी लाइट, दुबारा रिचार्ज करने पर होगा घर में उजियारा….
Uttarakhand electricity smart meter SIM उत्तराखंड के लोगों के लिए बिजली विभाग की ओर से एक आवश्यक खबर सामने आ रही है जी हां उत्तराखंड ऊर्जा निगम द्वारा पुराने बिजली मीटरों को बदलकर स्मार्ट मीटर लगाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। बता दें कि इस योजना के अंतर्गत कुमाऊं क्षेत्र में लगभग 6.55 लाख उपभोक्ताओं को कवर किया जाएगा। जिसमें प्रथम चरण में सभी विद्युत उपकेंद्रों को स्मार्ट मीटर हेतु विकसित किया जा रहा है। वहीं इसके साथ ही उपभोक्ता स्तर पर सर्वेक्षण भी शुरू कर दिया है।ऊर्जा निगम द्वारा स्मार्ट मीटर हेतु अडानी समूह की कंपनी से अनुबंध किया गया है। बताते चलें कि सर्वे पूरा होने के पश्चात स्मार्ट मीटर लगाने की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी। वहीं हल्द्वानी क्षेत्र के कुछ उपकेंद्रों में नए स्मार्ट मीटर पहले ही लगा दिए गए हैं तथा बाकी क्षेत्रों में यह काम चरणबद्ध तरीके से किया जा रहा है।
यह भी पढ़ें- उत्तराखण्ड: युवा मौन पालन कर संवार सकते हैं आर्थिकी, सरकार दें रही है 40 फीसदी सब्सिडी
आइए जानते हैं इस मीटर से उपभोक्ता को क्या लाभ होगा? Uttarakhand electricity smart meter
•स्मार्ट मीटर लगने के बाद उपभोक्ताओं को मासिक रीडिंग की जरूरत नहीं पड़ेगी क्योंकि यह मीटर प्रीपेड प्रणाली के आधार पर कार्य करेगा, जिसके अंतर्गत उपभोक्ता अपने मोबाइल फोन की तरह बिजली मीटर को भी रिचार्ज कर सकेंगे। •वही स्मार्ट मीटर लगने के पश्चात उपभोक्ता अपने बिजली खर्च का पूरा रिकार्ड मोबाइल एप से देख सकते हैं। इस एप से ही मीटर का रिचार्ज भी हो सकेगा वहीं रिचार्ज खत्म होने पर उपभोक्ता को अलर्ट भी मिल जाएगा।
•स्मार्ट मीटर में मोबाइल फोन की तरह ही एक सिम कार्ड लगाया जाएगा जिसके लिए कुमाऊं क्षेत्र में एयरटेल कंपनी के साथ अनुबंध किया गया है। स्मार्ट मीटर के साथ एक मोबाइल एप भी होगा जिसमें उपभोक्ता बिजली खपत का रिकॉर्ड देख सकते हैं। इस एप के माध्यम से उपभोक्ता न केवल मीटर को रिचार्ज कर पाएंगे बल्कि उपयोग का विवरण भी देख सकते हैं। बता दें एप में उपभोक्ता संख्या, वर्तमान मीटर रीडिंग, पुराने बिजली बिल, और मोबाइल नंबर की जानकारी महत्वपूर्ण होगी। मैदानी क्षेत्रों में शहरी तथा ग्रामीण दोनों इलाकों में स्मार्ट मीटर लगाए जाएंगे जबकि पहाड़ी क्षेत्रों में केवल नगर की सीमा में आने वाले घरों तथा प्रतिष्ठानों में स्मार्ट मीटर लगाए जाएंगे। कंपनी के अधिकारियों के अनुसार, कुमाऊं मंडल में 20 हजार घरों का सर्वे पूरा होने के बाद मीटर लगाने की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी। वहीं स्मार्ट मीटर उपभोक्ता का रिचार्ज खत्म होने पर उन्हें 48 घंटे का समय मिलेगा जिसमें वे बिजली के बिल का भुगतान कर सकते हैं तथा उपभोक्ताओं को अलर्ट के जरिए रिचार्ज करने की सुविधा भी दी जाएगी।
यह भी पढ़ें- उत्तराखंड सरकार की नई योजना, स्मार्ट मीटर लगाने पर मिलेगी बिजली दरों में 4 प्रतिशत छूट