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उत्तराखण्ड: युवा मौन पालन कर संवार सकते हैं आर्थिकी, सरकार दें रही है 40 फीसदी सब्सिडी

Uttarakhand beekeeping self-employment scheme
फोटो सोशल मीडिया Uttarakhand beekeeping self-employment scheme

उत्तराखंड

नैनीताल

उत्तराखण्ड: युवा मौन पालन कर संवार सकते हैं आर्थिकी, सरकार दें रही है 40 फीसदी सब्सिडी

Uttarakhand beekeeping self-employment scheme: उत्तराखण्ड उद्यान एंव खाद्य प्रसंस्करण विभाग की ओर से मांगे गए आवेदन, पहले आओ पहले पाओं के आधार पर किया जाएगा लाभार्थियों का चयन…

Uttarakhand beekeeping self-employment scheme
स्वरोजगार की राह तलाश रहे उत्तराखण्ड के युवाओं के लिए एक अच्छी खबर है। जी हां… यदि आप भी अपना काम करना चाहते हैं तो यह खबर आपके लिए ही है। आप मौन यानी मधुमक्खियों का पालन कर अपने आर्थिकी को मजबूत बना सकते हैं। सबसे खास बात तो यह है कि इसके लिए उत्तराखंड सरकार द्वारा 40 फीसदी की सब्सिडी भी दी जा रही है। इतना ही नहीं मौनपालन व्यवसाय के लिए युवाओं को प्रतिलाभार्थी अधिकतम 10 मौनगृह / मौनवंश भी मुहैया कराए जाते हैं। लेकिन सरकार की इस योजना की जानकारी ना होने के कारण लोग इसका फायदा नहीं उठा पाते हैं।
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Uttarakhand self-employment scheme news इसी सिलसिले में युवाओं को जागरूक एवं लाभार्थियों की संख्या बढ़ाने के उद्देश्य से उद्यान एंव खाद्य प्रसंस्करण विभाग, उत्तराखण्ड कार्यालय वरिष्ठ कीट विद्, राजकीय मौनपालन केन्द्र ज्योलीकोट द्वारा प्रेस विज्ञप्ति जारी की गई है। जिसमें बताया गया है कि सामान्य योजना में तो पर्याप्त मात्रा में आवेदन प्राप्त हो चुके है परन्तु अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति के अर्न्तगत आवेदन करने वाले लाभार्थियो की संख्या काफी कम हैं। अतः अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति के ऐसे युवा जो इस योजना का लाभ उठाना चाहते हों तथा मौनपालन प्रशिक्षण प्राप्त किये हो, जल्द से जल्द आवेदन कर मौनगृह / मौनवंश प्राप्त कर सकते हैं। बताया गया है कि आवेदन करने वाले युवाओं में से लाभार्थी का चयन ‘पहले आओ पहले पाओं के आधार पर किया जायेगा। इसके साथ ही विज्ञप्ति में आवेदन का प्रारूप भी दिया गया है। जो नीचे दिए फोटो में आसानी से देखा जा सकता है।
Uttarakhand beekeeping self-employment scheme

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सुनील खर्कवाल लंबे समय से पत्रकारिता के क्षेत्र में कार्य कर रहे हैं और संपादकीय क्षेत्र में अपनी एक विशेष पहचान रखते हैं।

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